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बुधवार, 17 मार्च 2010

पुलिस का हाथ

दरोगा ने
फोटोग्राफर से कहा
सुनो मित्र
मेरा
खींचो एक चित्र
और
खड़ा हो गया केमरे के सामने
मूँछे तानकर
जेब में हाथ डालकर
यह देख मैंने
तुरन्त
फोटोग्राफर को रोका
दरोगा जी को टोका
और कहा
बात है बड़ी विचित्र
आप और चित्र
वह भी
जेब में हाथ डालकर
जब यह चित्र
जनता के बीच जाएगा
आम आदमी इसे पचा नहीं पाएगा
इस प्रकार
चित्र खिंचवाना
आपको शोभा नहीं देता है
क्योंकि
पुलिस वालों का हाथ
अपनी जेब में नहीं
दूसरों की जेब में होता है ।

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