अलग-अलग बिंदुओं से शुरू होकर रेल की पटरी की तरह समानांतर चल रहे हैं लेकिन ऐसा क्यों और कब तक क्यों न हम एक-दूसरे पर लम्ब डालकर सदा के लिए गले मिल जाएं और एक हो जाएं।
राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी 2013 को हिन्दी चलवैजन्ती पुरस्कार एवं विशेष रूप से "हिन्दी में उल्लेखनीय कार्य"के लिए बी एच ई एल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री ए. के. दवे द्वारा पुरस्कार प्राप्त करते हुए दाएं से प्रथम स्थान पर कवि सुधीर गुप्ता "चक्र"
17 से 20 दिसम्बर 2012 को कानपुर में आयोजित अखिल भारतीय गुणता वृत्त के राष्ट्रीय सम्मेलन में "प्रतिष्ठित पुरस्कार" प्राप्त करते हुए बाएं से तीसरे स्थान पर कवि सुधीर गुप्ता "चक्र"