घर
की ढेरों चीजें
जो
व्यवस्थित रखी हैं
अपने-अपने
स्थान पर
फिर
भी
हम
भूल जाते हैं
रखकर
उन्हें
केवल
दो ही लोग निभाते हैं
इस
जिम्मेदारी को
अम्मा
और बाबूजी
जो
आज
हमारे साथ हैं
समय
बीतते
साथ
छोड़ दिया दोनों ने
अब
हम
चीजों
की जगह
अम्मा
और बाबूजी को भूलने लगे हैं।
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